रेडियो जर्नलिज्म में बढ़ते अवसर
रेडियो जर्नलिज्म में बढ़ते अवसर
यदि आपको लगता है कि आपकी आवाज में दम है और आपकी पत्रकारिता में खासी रूचि भी है और आप अपनी बुलंद आवाज से श्रोताओं को रेडियो के सामने बांधकर रख सकते हैं तो रेडियो जर्नलिज्म आपके लिए एक बेहतर क्षेत्र साबित हो सकता है। निजी रेडियो चैनल्स को समाचार प्रसारण का अघिकार मिलने के बाद अब सिर्फ सरकारी रेडियो चैनल्स में ही नहीं, बल्कि मीडिया के छात्र निजी रेडियो में भी अपने हुनर को आजमा सकते हैं।
बढ़ते अवसर
सरकार द्वारा 2001 में पहले फेस की लाइसेंसिंग मिलने के बाद देश के करीब 12 शहरों में 22 स्टेशंस शुरू किए गए। 2005 में दूसरे चरण की लाइसेंसिंग के बाद 245 और रेडियो स्टेशंस खोले गए। आज की तारीख में देश के करीब 90 शहरों में 270 रेडियो स्टेशंस चलाए जा रहे हैं। इतनी तेजी से बढ़ रहे स्टेशंस के चलते नि:संदेह आने वाले समय में रेडियो जर्नलिज्म के क्षेत्र में अवसर ही अवसर होंगे। सिर्फ रेडियो चैनल्स में ही नहीं, शोध के क्षेत्र और शैक्षणिक क्षेत्र में भी कई अवसर बढ़े हैं। शुरूआती चरण में 10 से 15 हजार रूपए तक कमा सकते हैं व तीन से चार साल के अनुभव होने पर 30 से 40 हजार तक भी कमा सकते हैं।
यदि आपको लगता है कि आपकी आवाज में दम है और आपकी पत्रकारिता में खासी रूचि भी है और आप अपनी बुलंद आवाज से श्रोताओं को रेडियो के सामने बांधकर रख सकते हैं तो रेडियो जर्नलिज्म आपके लिए एक बेहतर क्षेत्र साबित हो सकता है। निजी रेडियो चैनल्स को समाचार प्रसारण का अघिकार मिलने के बाद अब सिर्फ सरकारी रेडियो चैनल्स में ही नहीं, बल्कि मीडिया के छात्र निजी रेडियो में भी अपने हुनर को आजमा सकते हैं।
बढ़ते अवसर
सरकार द्वारा 2001 में पहले फेस की लाइसेंसिंग मिलने के बाद देश के करीब 12 शहरों में 22 स्टेशंस शुरू किए गए। 2005 में दूसरे चरण की लाइसेंसिंग के बाद 245 और रेडियो स्टेशंस खोले गए। आज की तारीख में देश के करीब 90 शहरों में 270 रेडियो स्टेशंस चलाए जा रहे हैं। इतनी तेजी से बढ़ रहे स्टेशंस के चलते नि:संदेह आने वाले समय में रेडियो जर्नलिज्म के क्षेत्र में अवसर ही अवसर होंगे। सिर्फ रेडियो चैनल्स में ही नहीं, शोध के क्षेत्र और शैक्षणिक क्षेत्र में भी कई अवसर बढ़े हैं। शुरूआती चरण में 10 से 15 हजार रूपए तक कमा सकते हैं व तीन से चार साल के अनुभव होने पर 30 से 40 हजार तक भी कमा सकते हैं।
Comments
Post a Comment