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Showing posts from March, 2011

रेडियो रुपक लेखन में रुचि रखने वाले लेखकों तथा विद्यार्थीयों के लिए

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रागमय हरियाणा     रेडियो (रुपक संग्रह) लेखक   : देव राज सिरोहीवाल प्रकाशक :   सुकीर्ति प्रकाशन मूल्य    :      500   रुपये email     : sirohiwalldr.pro1955@gmail.com

आवाज जो दिल को सुकून दे।

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जिंदगी बडी अजीब है।

http://www.youtube.com/watch?v=wqbbILfdw94&feature=player_detailpage

रेडियो जर्नलिज्म में बढ़ते अवसर

रेडियो जर्नलिज्म में बढ़ते अवसर यदि आपको लगता है कि आपकी आवाज में दम है और आपकी पत्रकारिता में खासी रूचि भी है और आप अपनी बुलंद आवाज से श्रोताओं को रेडियो के सामने बांधकर रख सकते हैं तो रेडियो जर्नलिज्म आपके लिए एक बेहतर क्षेत्र साबित हो सकता है। निजी रेडियो चैनल्स को समाचार प्रसारण का अघिकार मिलने के बाद अब सिर्फ सरकारी रेडियो चैनल्स में ही नहीं, बल्कि मीडिया के छात्र निजी रेडियो में भी अपने हुनर को आजमा सकते हैं। बढ़ते अवसर सरकार द्वारा 2001 में पहले फेस की लाइसेंसिंग मिलने के बाद देश के करीब 12 शहरों में 22 स्टेशंस शुरू किए गए। 2005 में दूसरे चरण की लाइसेंसिंग के बाद 245 और रेडियो स्टेशंस खोले गए। आज की तारीख में देश के करीब 90 शहरों में 270 रेडियो स्टेशंस चलाए जा रहे हैं। इतनी तेजी से बढ़ रहे स्टेशंस के चलते नि:संदेह आने वाले समय में रेडियो जर्नलिज्म के क्षेत्र में अवसर ही अवसर होंगे। सिर्फ रेडियो चैनल्स में ही नहीं, शोध के क्षेत्र और शैक्षणिक क्षेत्र में भी कई अवसर बढ़े हैं। शुरूआती चरण में 10 से 15 हजार रूपए तक कमा सकते हैं व तीन से चार साल के अनुभव होने पर 30 से 40 हजार तक भी क

रेडियो जॉकी

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  भागदौड़ भरी जिन्दगी में लोगों की खुश रहने और हंसने-हंसाने की चाहत ने भी करियर की नई संभावनाओं को जन्म दिया है। हालांकि इस क्षेत्र में खुद को स्थापित करने के लिए अन्य क्षेत्रों की तरह कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। इस क्षेत्र में यदि कोई करियर बनाना चाहता है,तो निम्नलिखित क्षेत्रों में अवसर तलाश सकता हैं। स्टैंडअप कॉमेडियन या मिमिक्री आर्टिस्ट टीवी के हर चैनल पर चल रहे कॉमेडी शो ने स्टैंडअप कॉमेडियन को नई पहचान दी है। कोई जितनी आसानी से खुद पर या दूसरों पर व्यंग्य करके लोगों को हंसा सकता है, उतनी ही आसानी और जल्दी से प्रसिद्धि भी पा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार,स्टैंडअप कॉमेडियन बनने के लिए कोई कोर्स करना आवश्यक नहीं है, लेकिन अगर कोई चाहे, तो इसके लिए क्रिएटिव राइटिंग या मीडिया से संबंधित कोर्स कर सकता है। वैसे इस हुनर को सीखा नहीं जा सकता, लेकिन इसे प्रैक्टिस के जरिए निखारा जरूर जा सकता है। इसके जरिए शुरुआत में दस हजार रुपये आसानी से कमाया जा सकता है। रेडियो जॉकी  इन दिनों रेडियो लोगों के हाथों में आ गया है,तो सबसे ज्यादा लोग रेडियो को ही पसंद कर रहे हैं। रेड

“फलक”

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गज़लों, नज़्मों, कव्वालियों और क्लासिक गीतों का यह चैनल बिना विज्ञापन के चौबिस घंटे उत्कृष्ट संगीत सुनाता है। यदि आप भी जगजीत सिंह, चित्रा सिंह, गुलाम अली, मेहदी हसन, नुसरत फतह अली खान, फरीदा खानम, इकबाल बानो, पंकज उधास, अनूप जलोटा जैसे गायकों के दीवाने हैं तो यह रेडियो चैनल आप ही के लिये है। “फलक” एक सैटेलाइट रेडियो चैनल है और वर्डस्पेस सैटेलाईट रेडियो Worldspace Satellite Radio पर उपलब्ध है। रेडियो फलक एयरटेल डीटीएच टीवी Airtel Digital TV पर भी उप्लब्ध है। सच में संगीत का एक उत्कृष्ट चैनल है ‘रेडियो फलक’।

वल्र्डस्पेस सेटेलाइट रेडियो.

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कुछेक बड़े शहरों को छोड़कर, जहाँ चंद एफ़एम चैनल धड़ल्ले से चल रहे थे, बाकी के भारत भर में, रेडियो मृतप्रायः सा हो रहा था. पर, अब लगता है रेडियो अपने धमाकेदार वापसी की ओर अग्रसर है. सरकार ने अभी-अभी ही बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे और मझोले शहरों के लिए कई-कई एफ़एम चैनलों की फ्रिक्वेंसी नीलाम की है. ऐसे शहरों के रेडियो सुनने वालों के भाग्य खुलेंगे और रेडियो वापस लौटेगा – अपने सुनहरे पुराने दिनों की ओर. मगर, सरकारी नीति तो कानी ही होती है! तमाम निजी क्षेत्र के - डीटीएच और टीवी चैनलों से तो आप समाचार देख-सुन सकते हैं, मोबाइल फ़ोनों के जरिए दूर-दराज़ क्षेत्र में एसएमएस और एमएमएस-क्लिपों के जरिए तथा कुछ मामलों में जीवंत चैनलों के जरिए समाचार देख-पढ़-सुन सकते हैं, मगर रेडियो पर निजी क्षेत्र के समाचार प्रसारणों पर बंदिशें लगी रहेंगी! है न क्लासिक कानापन! अगर एफ़एम पर निजी समाचार चैनलों को भी अनुमति दी जाती तो रेडियो की लोकप्रियता में कल्पनातीत तेजी आ सकती थी. जो भी हो, कम से कम अब करोड़ों को एफ़एम रेडियो के जरिए संगीत सुनने का आनंद तो आएगा ही. इसके बावजूद, मेरे जैसे, भारत के अधिसंख्य अभि
रात कि चांदनी बन तुझे ठंडक दूं। ओस कि बूंद बन तुझे राहत दूं। आ भ्ी जा के मै तुझे प्यार दूं।

क्या आपको सिगरेट छोड़नी है?

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शरीर एक यंत्र है। और उस यंत्र में आपने जो आदतें डाली हैं, उन आदतों को आपको नई आदतों से बदलना पड़ेगा; नई बातें सुनकर नहीं। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपको सिगरेट पीना छोड़ना है तो आपको ताजगी पैदा करने की दूसरी आदतें डालना पड़ेंगी। नहीं तो आप कभी नहीं छोड़ पाएँगे। समझिए कि मैं आपको कहता हूँ कि जब भी आपको सिगरेट पीने का खयाल हो तब गहरी दस साँस लें, जिनसे ऑक्सीजन ज्यादा भीतर चला जाएगा। तो ताजगी ज्यादा देर रुकेगी, जितनी देर निकोटिन से रुकती है, और ज्यादा स्वाभाविक होगी। यह एक नई आदत है। जब भी सिगरेट पीने का खयाल आए, गहरी दस साँस लें। और साँस लेने से शुरू मत करें, साँस निकालने से शुरू करें। जब भी सिगरेट पीने का खयाल आए एक्झेल करें, जोर से साँस को बाहर फेंक दें, ताकि भीतर जितना कार्बन डायआक्साइड है, बाहर चला जाए। फिर जोर से साँस लें, ताकि जितना कार्बन डायआक्साइड की जगह थी उतनी ऑक्सीजन ले ले। आपके खून में ताजगी दौड़ जाएगी। तब आप सिगरेट छोड़ सकते हैं। क्योंकि उससे ज्यादा बेहतर, ज्यादा अनुकूल, ज्यादा स्वाभाविक, ज्यादा श्रेष्ठ विधि आपको मिल गई। तो सिगरेट छूट सकती है। नहीं तो कोई उपाय नहीं।

DIL KI BAT

jane kis mod par zindgi ke sam ho jay.chlo kuch aisa kre ki apna bhi nam ho jay.bna le sbhi ko apna na koi glat kam ho jay..mrne ke bad kahi ye nam na bdnam ho jay............... Har terf andera hi andera nazar aata hai jab insan hi insan ka dusman ban jata hai ham to kb k ja chuke hote duniya ki berukhi dekhkar ik ahsas hai jo hamko rok deta hai kwab mene bhi pala tha tuzko pane ka dekhte hainasib me mere kya likha hai dur rahkr bhi har rat chand ko tkna ye ahsas hi to hai jo hme roj mila deta hai dukh to jindgi ka hi ak rup hai jo hme presaniyo se ldna sikha deta hai tutte hai jis ahsas se arman hmare vhi ahsas abd ko phir majbot bna deta hai ahsas sab kuch sikha deta hai ki kuda se magne wala kisi se kya leta hai rhmo karm to hai usi ka is kalam per ki abid har ahsas ko kagaz pe utar leta hai

radio personality

Radio is theater of the mind and air personalities (announcer, jock, DJ or disc jockey) are its actors. To become successful it requires passion, practice, a willingness to learn, ability to read, ego, ability to write, patience, desire, and sacrifice. The institution of radio has a responsibility to entertain and inform. Air personalities anchor the broadcast industry. A microphone is power. Becoming an air personality can lead to a career in or out of radio. . , I would offer the following for those interested in becoming a radio personality. 1. Anyone who can read and write has the capabilities of becoming a radio personality. It is important to vocalize written copy aloud. The sound of someone's voice has little to do with being a jock. Communicating succinctly in a warm and friendly manner is the ultimate goal.  Buy an inexpensive tape recorder and carry it around. These recorders have built-in microphones. Another possibility is to download an audio software program a
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awaaz ki duniya ke doston...aapka swagat ek aise mehfil me jahan per radio ke chaheton ka jamawada hai ...